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आज का गीत महाशिवरात्रि के अवसर पर देवों के देव महादेव को समर्पित हैं |महाशिवरात्रि हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। भगवान शिव का यह प्रमुख पर्व फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि भगवान शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था। प्रलय की वेला में इसी दिन प्रदोष के समय भगवान शिव तांडव करते हुए ब्रह्मांड को तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर देते हैं। इसीलिए इसे महाशिवरात्रि अथवा कालरात्रि कहा गया।तो आइये आज हम ....बम भोले चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी.. गीत के साथ भोले बाबा के इस त्योहार का आनंद उठाते हैं |
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⭐लिरिक्स⭐
बम भोले चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी ,
भोला बाबा चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी,
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी |
१. पार्वती ने रोप दिया हरी -हरी मेहंदी -२
भोले ने रोप दिया भांग बुंदिया पड़ने लगी,
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
भोला बाबा चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
२. पार्वती के उग गए हरी -हरी मेहंदी -२
भोले के फर गए भांग बुंदिया पड़ने लगी,
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
भोला बाबा चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी |
३.पार्वती ने तोड़ लिया हरी -हरी मेहंदी -२
भोले ने तोड़ लिया भांग बुंदिया पड़ने लगी,
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
भोला बाबा चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी |
४.पार्वती ने पीस लिया हरी -हरी मेहंदी -२
भोले ने पीस लिया भांग बुंदिया पड़ने लगी,
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
भोला बाबा चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी |
५.पार्वती ने लगा लिया हरी -हरी मेहंदी -२
भोले ने घोट लिया भांग बुंदिया पड़ने लगी,
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
भोला बाबा चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी |
६.पार्वती के रच गये हरी -हरी मेहंदी -२
भोले ने के चढ़ गये भांग बुंदिया पड़ने लगी,
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
भोला बाबा चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी
बम भोले चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी |
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⭐ LYRICS ⭐
Bm bhole chale kailash boondiya padne lagi ,
Bhola baba chale kailash boondiya padne lagi,
Shiv shankar chale kailash boondiya padne lagi |
1. Parvati ne roop diya hari -hari mehandi -2
Bhole ne roop diya bhang boondiya padne lagi,
Shiv shankar chale kailash boondiya padne lagi
Bhola baba chale kailash boondiya padne lagi
2. Parvati ke ug gaye hari -hari mehandi -2
Bhole KE fer gaye bhang boondiya padne lagi,
Shiv shankar chale kailash boondiya padne lagi
Bhola baba chale kailash boondiya padne lagi |
3.Parvati ne toor liya hari -hari mehandi -2
Bhole ne toor liya bhang boondiya padne lagi,
Shiv shankar chale kailash boondiya padne lagi
Bhola baba chale kailash boondiya padne lagi |
4.Parvati ne peice liya hari -hari mehandi -२
Bhole ne peice liya bhang boondiya padne lagi,
Shiv shankar chale kailash boondiya padne lagi
Bhola baba chale kailash boondiya padne lagi |
5.Parvati ne laga liya hari-hari mehandi -2
Bhole ne ghot liya bhang boondiya padne lagi,
Shiv shankar chale kailash boondiya padne lagi
Bhola baba chale kailash boondiya padne lagi |
6.Parvati ke rach gaye hari -hari mehandi -2
Bhole ne ke chad gaye bhang boondiya padne lagi,
Shiv shankar chale kailash boondiya padne lagi
Bhola baba chale kailash boondiya padne lagi
Bm bhole chale kailash boondiya padne lagi |
Lyricist : Unknown
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