[ads id="ads1"]
रक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं।रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चाँदी जैसी मँहगी वस्तु तक की हो सकती है। रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है, रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है।रक्षाबंधन के दिन बहनें भगवान से अपने भाईयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती है।
Thanks for watching!
▷ CONNECT with us!!
♥♥Click here to Subscribe :- https://www.youtube.com/c/BiharLokGeet
♥♥Link To Our website - https://www.biharlokgeet.com
♥♥Like us on Facebook @ https://www.facebook.com/Bihar-Lok-Geet-482763292123001/
♥♥Follow us on Twitter @ https://twitter.com/GeetBihar
♥♥Follow us on Instagram @ https://www.instagram.com/biharlokgeetstudio/
♥♥Email us at :- biharlokgeet@gmail.com
NEW UPLOAD on every Wednesday at 5:00 PM!!
⭐लिरिक्स ⭐
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना -३
१। भैया जो आये हैं अंगना हमारे ,
राखी की थाल मैं सुन्दर सजाऊंगी-२
आरती उतारूँ हो के निहाल ,भैया जिए हजारो साल ।
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
२। दही और रोली का टीका मैं लगाऊंगी,
भैया के कलाई पर राखी मैं बांधूगी -२
अक्षत डालू पांच बार ,भैया जिए हजारो साल ।
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
३।राबड़ी मिठाई मैं भैया को खिलाऊंगी ,
पूरी पकवान ढेर सारा बनाऊँगी-२
खिलाऊँ होके निहाल ,बलैया लूंगी बार -बार
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
४। अपने भैया से ढेर सारा प्यार मिले ,
मायके हमारा अचल आबाद रहे -२
खुश रहे सब परिवार ,सब जिये हजारो साल ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना -३
१। भैया जो आये हैं अंगना हमारे ,
राखी की थाल मैं सुन्दर सजाऊंगी-२
आरती उतारूँ हो के निहाल ,भैया जिए हजारो साल ।
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
२। दही और रोली का टीका मैं लगाऊंगी,
भैया के कलाई पर राखी मैं बांधूगी -२
अक्षत डालू पांच बार ,भैया जिए हजारो साल ।
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
३।राबड़ी मिठाई मैं भैया को खिलाऊंगी ,
पूरी पकवान ढेर सारा बनाऊँगी-२
खिलाऊँ होके निहाल ,बलैया लूंगी बार -बार
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
४। अपने भैया से ढेर सारा प्यार मिले ,
मायके हमारा अचल आबाद रहे -२
खुश रहे सब परिवार ,सब जिये हजारो साल ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना ।
आया राखी का त्यौहार ,लाया खुशियाँ हजार ,
मेरे भैया आये हैं हमारे अंगना।
[ads id="ads2"]
⭐ LYRICS ⭐
Aaya rakhi ka Tyohaar ,Laya Khusiya Hajar ,
mere bhaiya Aaye hain hamare angana -3
1। Bhaiya jo Aaye hain angana hamare ,
Rakhi ki thaal main sundar sajaungi-2
Arti utarun ho ke nihal ,bhaiya Jiye hajaro saal ।
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana ।
Aaya rakhi ka Tyohaar ,Laya Khusiya Hajar ,
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana।
2। Dahi aur roli ka tika main lagaungi,
Bhaiya ke Kalai par rakhi main bandhugi -2
Akshat dalu Panch baar ,bhaiya Jiye hajaro saal।
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana ।
Aaya rakhi ka Tyohaar ,Laya Khusiya Hajar ,
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana।
३।Rabri mithai main bhaiya ko khilaungi ,
poori pakwan Dher sara banaungi-2
Khilaun hoke nihal ,balaiya lungi baar -baar
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana ।
Aaya rakhi ka Tyohaar ,Laya Khusiya Hajar ,
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana।
4। Apne bhaiya se Dher sara payar mile ,
Mayke hamara achal abad Rahe -2
Khush Rahe Sab Parivar ,Sab Jiye hajaro saal ,
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana ।
Aaya rakhi ka Tyohaar ,Laya Khusiya Hajar ,
Mere bhaiya Aaye hain hamare angana।
Lyricist : Arti Sinha
Post a Comment