हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा को बहुत शक्तिशाली माना गया है । हम लोग माँ दुर्गा को आदिशक्ति के रूप में भी जानते है । माँ दुर्गा की पूजा - आराधना करने से हमारे सभी तरह के पाप धूल जाते है । श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करने से हर कार्य में सफलता मिलती है । यदि आप दुर्गा चालीसा का पाठ पूरी श्रद्धा और नियमित रूप से करते है तो इसका बहुत की प्रभावशाली प्रभाव आपके जीवन में पड़ता है ।
दुर्गा चालीसा का पाठ ना केवल नवरात्री के नौ दिनों बल्कि अन्य दिनों में भी किया जाता है । इससे माँ दुर्गा की असीम कृपा आप पर बनी रहेगी । माता दुर्गा आपके सारे दुःख दर्द को हर लेगी ।
दुर्गा चालीसा का जाप कैसे करें? ।How to chant Durga Chalisa?
दुर्गा चालीसा का पाठ करने के लिए हमें किसी भी प्रकार के नियम की आवश्यकता नहीं है । इसका पाठ आप कभी भी कर सकते हो । इसके लिए केवल आपके मन में पूरी श्रद्धा और भक्ति का भाव होना चलिए और आपको नियमित रूप से इसका पाठ करना चाहिए । जिससे माँ दुर्गा की कृपा आप पर बनी रहे । इसका पाठ करने से आपके सारे रुके हुए कार्य बनते नजर आएगी ।
दुर्गा चालीसा पाठ के लाभ ।Benefits Of Durga Chalisa Paath:-
माँ दुर्गा के सभी भक्त ये मानते है की यदि हम दुर्गा चालीसा का पाठ करेंगे, तो माँ दुर्गा हमारा मार्गदर्शन हमेशा ही करेगी । दुर्गा चालीसा का पाठ जो लोग नियमित या रोजाना करते है। उन लोगो को बहुत सारे लाभ मिल सकते है ।आइये जानते हैं ...
- दुर्गा चालीसा का पाठ करने से आपको मन की शांति प्राप्त होगी ।
- दुर्गा चालीसा का नित्य पाठ करने से आप आपने दुश्मनों से विजय प्राप्त करने के लिए आपको शक्ति मिलेगी और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ जायेगा ।
- बुरे विचारों या इच्छाओं के चक्र से आपको और आपके परिवार वालो को मुक्ति मिलेगी ।
- आपदाओं, धन की हानि और सभी प्रकार के दुखों से आप और आपके परिजन सुरक्षित रहेंगे ।
- दुर्गा चालीसा के पाठ से , पहले कभी खोयी हुई संपत्ति को पुनः प्राप्त करें ।
- आशा, निराशा, जुनून, वासना और अन्य सभी भावनाओं से समरूपता के साथ निपटने के लिए जरुरी मानसिक शक्ति का विकास होगा ।
ॐ सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके ।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते ॥
श्री दुर्गा चालीसा
नमो नमो दुर्गे सुख करनी ।
नमो नमो अम्बे दुःख हरनी ॥
निरंकार है ज्योति तुम्हारी ।
तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥
शशि ललाट मुख महाविशाला ।
नेत्र लाल भृकुटी बिकराला ॥
रूप मातु को अधिक सुहावे ।
दरश करत जन अति सुख पावे ॥
तुम संसार शक्ति लय कीना ।
पालन हेतु अन्न धन दीना ॥
अन्नपूर्णा तुम जग पाला ।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥
प्रलयकाल सब नाशनहारी ।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी ॥
शिव योगी तुम्हरे गुन गावें ।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें ॥
रूप सरस्वती का तुम धारा ।
दे सुबुधि ऋषि-मुनिन उबारा ॥
धर्यो रूप नरसिंह को अम्बा ।
परगट भईं फाड़ कर खम्बा ॥
रक्षा करि प्रहलाद बचायो ।
हिरनाकुश को स्वर्ग पठायो ॥
लक्ष्मी रूप धरो जग जानी ।
श्री नारायण अंग समानी ॥
क्षीरसिन्धु में करत बिलासा ।
दयासिन्धु दीजै मन आसा ॥
हिंगलाज में तुम्हीं भवानी ।
महिमा अमित न जात बखानी ॥
मातंगी धूमावति माता ।
भुवनेश्वरि बगला सुखदाता ॥
श्री भैरव तारा जग-तारिणि ।
छिन्न-भाल भव-दुःख निवारिणि ॥
केहरि वाहन सोह भवानी ।
लांगुर वीर चलत अगवानी ॥
कर में खप्पर-खड्ग बिराजै ।
जाको देख काल डर भाजै ॥
सोहै अस्त्र विविध त्रिशूला ।
जाते उठत शत्रु हिय शूला ॥
नगरकोट में तुम्हीं बिराजत ।
तिहूँ लोक में डंका बाजत ॥
शुम्भ निशुम्भ दैत्य तुम मारे ।
रक्तबीज-संखन संहारे ॥
महिषासुर दानव अभिमानी ।
जेहि अघ भार मही अकुलानी ॥
रूप कराल कालिका धारा ।
सेन सहित तुम तेहि संहारा ॥
परी गाढ़ सन्तन पर जब-जब ।
भई सहाय मातु तुम तब तब ॥
अमर पुरी अरू बासव लोका ।
तव महिमा सब रहें अशोका ॥
ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी ।
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी ॥
प्रेम भक्ति से जो यश गावै ।
दुख-दारिद्र निकट नहिं आवै ॥
ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई ।
जन्म-मरण ता कौ छुटि जाई ॥
योगी सुर-मुनि कहत पुकारी ।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी ॥
शंकर आचारज तप कीनो ।
काम-क्रोध जीति तिन लीनो ॥
निशिदिन ध्यान धरो शंकर को ।
अति श्रद्धा नहिं सुमिरो तुमको ॥
शक्ति रूप को मरम न पायो ।
शक्ति गई तब मन पछितायो ॥
शरणागत ह्वै कीर्ति बखानी ।
जय जय जय जगदम्ब भवानी ॥
भई प्रसन्न आदि जगदम्बा ।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा ॥
मोको मातु कष्ट अति घेरो ।
तुम बिन कौन हरे दुख मेरो ॥
आशा तृष्णा निपट सतावैं ।
मोह-मदादिक सब बिनसावैं ॥
शत्रु नाश कीजै महरानी ।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी ॥
करहु कृपा हे मातु दयाला ।
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला ॥
जब लग जिओं दया फल पावौं ।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनावौं ॥
दुर्गा चालीसा जो कोई गावै ।
सब सुख भोग परमपद पावै ॥
देवीदास शरण निज जानी ।
करहु कृपा जगदम्ब भवानी ॥
॥इति श्रीदुर्गा चालीसा समाप्त ॥
In English
In English
om Sarva-mangala-mangalye Shive sarvartha-sadhike ।
Sharanye Tryambake Gauri Narayani namo'stu te ॥
Shree Durga Chalisa
Namo Namo Durge Sukh Karani | Namo Namo Ambe Dukh Harani ||
Nirakar Hai Jyoti Tumhari | Tihoun Lok Phaili Uujiyaari ||
Shashi Lalaat Mukh Maha Vishala | Netra Lal Bhrikoutee Vikaraala ||
Roop Maatu Ko Adhik Suhaave | Darshan Karata Jana Ati Sukh Paave ||
Tum Sansar Shakti Laya Keena | Palana Hetu Anna Dhan Deena ||
Annapoorna Hui Tu Jag Pala | Tumhi Aadi Sundari Bala ||
Pralayakala Sab Nashana Haari | Tum Gouri Shiv Shankar Pyari ||
Shiv Yogi Tumhre Gun Gaavein | Brahma Vishnu Tumhein Nit Dhyavein ||
Roop Saraswati Ka Tum Dhara | Day Subuddhi Rishi Munina Ubara ||
Dharyo Roop Narsimha Ko Amba | Pragat Bhayi Phaad Ke Khamba ||
Raksha Kari Prahlad Bachaayo | Hiranyaykush Ko Swarga Pathayo||
Lakshmi Roop Dharo Jag Maahin | Shree Narayan Anga Samahin||
Ksheer Sindhu Mein Karat Vilaasa | Daya Sindhu Deejey Man Aasa||
Hingalaja Mein Tumhi Bhavani | Mahima Amit Na Jaat Bakhani||
Matangi Aru Dhoomawati Mata | Bhuvaneshwari Bagala Sukhdata||
Shree Bhairav Tara Jag Tarani | Chhinna Bhala Bhava Dukh Nivarini||
Kehari Vahan Soha Bhavani | Laangur Veer Chalata Agavani||
Kar Mein Khappar Khadaga Virajay | Jako Dekh Kaal Dar Bhajey ||
Sohe Astra Aur Trishula | Jase Uthata Shatru Hiya Shoola ||
Nagarkot Mein Toumhi Virajat | Tihoun Lok Mein Danka Baajat ||
Nagarkot Mein Toumhi Virajat| Tihoun Lok Mein Danka Baajat Shumbh ||
Nishumbh Daanuv Tum Maare| Rakta Beej Shankhana Sanghaare ||
Mahishasur Nrip Ati Abhimaani| Jehi Agh Bhar Mahi Akulaani ||
Roop Karaal Kali ka Dhara| Sen Sahita Tum Tihin Samhara ||
Pari Gaarh Santana Par Jab Jab| Bhayi Sahay Matou Tum Tab Tab ||
Amarpuri Arubaa Sab Lokaa| Tab Mahima Sab Kahey Ashoka ||
Jwala Mein Hai Jyoti Tumhari| Tumhein Sada Poojey Nar Nari ||
Prem Bhakti Se Jo Yash Gave| Dukh Daridra Nikat Nahin Aave ||
Dhyaave Tumhein Jo Nar Man Layi| Janma Maran Tako Chhouti Jaayi ||
Yogi Sur Muni Kahat Pukaari| Yog Na Hoye Bina Shakti Tumhari ||
Shankara Acharaj Tap Ati Keenho| Kaam Krodh Jeet Sab Leenho ||
Nishidin Dhyan Dharo Shankar Ko| Kaahu Kaal Nahin Soumiro Tumko ||
Shakti Roop Ko Maram Na Payo| Shakti Gayi Tab Man Pachitayo ||
Sharnagat Huyi Kirti Bakhaani| Jai Jai Jai Jagadambe Bhavani ||
Bhayi Prasanna Aadi Jagadamba| Dayi Shakti Nahin Keen Vilamba ||
Maukon Maatu Kashta Ati Ghero| Tum Bin Kaun Harey Dukh Mero ||
Asha Trishna Nipat Satavein| Ripu Moorakh Mohe Ati Darpaave ||
Shatru Nash Kijey Maharani| Soumiron Ikchit Tumhein Bhavani ||
Karo Kripa Hey Maatu Dayala| Riddhi Siddhi Dey Karahou Nihaala ||
Jab Lagi Jiyoun Daya Phal Paoun| Tumhro Yash Mein Sada Sounaoun ||
Durga Chalisa Jo Nar Gaavey| Sab Sukh Bhog Parampad Pavey ||
Devidas Sharan Nij Jaani| Karahoun Kripa Jagadambe Bhavani ||
॥iti shreedurga chaaleesa samaapt॥
॥iti shreedurga chaaleesa samaapt॥
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