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भारत एक ऐसा देश है, जहां बहुत सारी संस्कृतियां और रीति रिवाज हैं।हमारे देश में भक्ति एवं उपासना का एक रूप उपवास हैं जो मनुष्य में संयम, त्याग, प्रेम एवं श्रध्दा की भावना को बढ़ाते हैं। उन्हीं में से एक हैं जीवित्पुत्रिका व्रत। यह व्रत संतान की मंगल कामना के लिए किया जाता हैं। यह व्रत मातायें अपने पुत्र एवं पुत्री के लिए रखती हैं। जीवित्पुत्रिका व्रत निर्जला किया जाता हैं जिसमे पूरा दिन एवं रात पानी नहीं लिया जाता। इसे तीन दिन तक मनाया जाता हैं। संतान की सुरक्षा के लिए इस व्रत को सबसे अधिक महत्व दिया जाता हैं।इसलिए आज मैं इस वीडियो में आपको जीवित्पुत्रिका से जुड़ी एक बहुत ही प्यारा गीत सुनाने जा रही हूँ, जिसका नाम हैं-सासु हे बऊवा हमरे दुलारू ।आशा करती हूं कि यह गीत आपको पसंद आएगा।
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