[ads id="ads1"]
किसी ने मुझसे प्रश्न पूछा, “ हम कितना सफल हो सकते हैं?” अर्थात “हम किस हद तक सफल हो सकते हैं?
अचानक पूछे गए इस प्रश्न का उत्तर मुझे कुछ कठिन लगा लेकिन कुछ सेकंड सोचने के बाद मैंने कहा, “हम उतना ही सफल हो सकते हैं जितना हम खुद को बेहतर कर सकते हैं और खुद को बेहतर करने की कोई सीमा नहीं होती।”
वह महिला बोली , “ओह ! आप आत्म सुधार की बात कर रहीं हैं। वैसे क्या आप बता सकती हैं कि हर रोज हम स्वयं में सुधार कैसे ला सकते हैं? क्या आपके पास खुद को बेहतर करने के कुछ अच्छे तरीके होंगे? यदि हैं तो जरूर बताइये।”
अब मुझे इस प्रश्न का उत्तर कुछ ज्यादा शब्दों में देना था तो मैंने उसे चाय पीने का ऑफर किया और बाद में हम मेरे घर पर चाय की चुस्कियां लेने लगे। चाय पीते समय मैंने उन्हें खुद में सुधार कैसे लाएं? इस विषय पर कुछ तरीके बताये।
Self Improvement यानि आत्म सुधार अपने स्वयं के प्रयासों से ज्ञान, स्थिति या चरित्र में सुधार करना है। आत्म सुधार जीवन हर पहलू में खुद को बेहतर बनाने की खोज है। यदि आप अपने जीवन को बदलने और खुद को बेहतर बनाने के बारे में गंभीर हैं, तो आत्म सुधार की युक्तियों द्वारा आप ऐसा कर सकते हैं।
आत्म सुधार द्वारा आप अपने जीवन को इस तरह से बेहतर बना देते है जिससे आपको आपके लक्ष्य पर पहुंचना आसान हो जाता है। आत्म सुधार आप में आत्मविश्वास (self confidence) लाता है। जीवन को देखने के प्रति आपका नजरिया बदल जाता है और आप एक सफल जीवन जीते हैं। तो चलिए सफलता, शांति भरे जीवन की शुरुआत करें।
यहाँ जो आत्म सुधार की युक्तियाँ दी जा रहीं ही यह आसान है। तो देर किस बात की अभी आपके जीवन को बेहतर बनाने वाले आत्म सुधार की युक्तियों को पढ़े और अमल करें –
1. अपने आप से प्यार करो। Love Yourself :-
आत्म सुधार की यह पहली और सबसे महत्वपूर्ण सुझाव है ; ‘खुद से प्यार करो !’ शायद यह कहना आसान है और आपको लगता है कि आप ऐसा करते भी हैं ! पर क्या वास्तव में आप ऐसा करते हैं ? शायद नहीं ! कहीं न कहीं हम अपने आप को कोसते रहते हैं !
आपको यह स्वीकार करना सीखना होगा कि आप कौन हैं और आप वैसे ही सुंदर हैं जैसे आप हैं। आप अपना महत्त्व समझिये ! यदि आप किसी से तुलना करने बैठेंगे तो आप हमेशा असंतुष्ट रहेंगे और ऐसा करके आप अपने सबसे बड़े दुश्मन बन जाते हैं।
हर कोई अपनी अपनी जगह खास है कोई अच्छा इंजीनियर है तो कोई अच्छा डॉक्टर है। लेकिन वो अच्छा इंजीनियर और अच्छा डॉक्टर, इसलिए हैं क्योंकि वो जानते हैं को वो ऐसे हैं। वो दोनों यदि एक दूसरे से तुलना करेंगे तो क्या वो ऐसे रह पाएंगे। आपको खुद को यह आभास करना होगा की आप कितने खास हैं।
हो सकता है यह पहली बार में कठिन लगे, लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा, यह आसान होता जाएगा। यह जानने के लिए कि आपके पास क्या प्रतिभाएं और गुण हैं जो विशेष हैं। यदि आप यह लेख पढ़ रहे हैं तो आप मुझमें विश्वास करते हैं , तो मैं कहना चाहूंगी हम सभी अपने तरीके से विशेष हैं।
जरा सोचिये ! यदि आप अपने खुद के ही खिलाफ हैं तो आप क्या वो बन सकते हैं जो आप बनना चाहते हैं ? यदि आप आपके खिलाफ हैं, तो एक अद्भुत जीवन जीने की कोई उम्मीद नहीं है। अपना सहयोगी बनना सीखें न कि अपना सबसे बड़ा दुश्मन।
2. आप खुद के लिए निवेश करना शुरू कर दीजिये । Start Investing in Yourself :-
आजकल लोग धन निवेश के बारे में बहुत सीख रहे हैं। कोई म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहा है तो कोई अचल संपत्ति में, कोई दीर्घकालिक चीजों में निवेश कर रहा है तो कोई कम समय के लिये , लोग कुछ भी हो निवेश कर रहे हैं लेकिन क्या लोग खुद में निवेश (Invest) कर रहे हैं?
शायद नहीं! और जो कर भी रहे हैं तो ऐसे लोगों की संख्या बहुत कम ही है।
खुद में निवेश का मतलब होता है कि आप अपना पैसा ऐसी जगह लगा रहे हैं जहाँ से आपको मूल्यवान ज्ञान (Valuable Knowledge) मिल रही है या कोई हुनर(skill) सीखने को मिल रहा है।
उदाहरण के लिए, यदि आपने अपने कुछ पैसों को इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स में लगाया और आप इंग्लिश बोलना सीख गए जो एक अच्छी विद्या है। तो इसे खुद पर किया गया निवेश कहा जायेगा। ऐसा बहुत सा ज्ञान और हुनर हैं जिन्हें सीखने के लिए आप अपना कुछ पैसा निवेश कर सकते हैं।
अच्छा अब कुछ लोग पूछना चाहेंगे कि म्यूचुअल फंड आदि में निवेश करने से तो हमें रिटर्न मिलता है लेकिन नॉलेज या स्किल्स में इन्वेस्ट करने से भी क्या हमें रिटर्न मिलता है?
जी हाँ भाई! नॉलेज या स्किल्स में इन्वेस्ट करने से भी रिटर्न मिलता है। बल्कि मैं तो यह कहूँगी कि आप अपना पैसा कहीं भी इन्वेस्ट कर लो आपको जितना रिटर्न मिलेगा, उससे बहुत गुना खुद में इन्वेस्ट करने से मिलता है।
आप बहुत सी स्किल्स को सीखकर और अच्छे ज्ञान को प्राप्त करके करोड़ो रुपया कमा सकते हैं। खुद में इन्वेस्ट करने से आपका आत्म सुधार होता है।
जितना ज्यादा आप खुद में निवेश करेंगे उतना ज्यादा आप खुद में सुधार करते जायेंगे और जितना ज्यादा आप खुद में उन्नति लाते जायेंगे उतना ही आप सफल होते जायेंगे।
अर्थात जितना ज्यादा खुद पर निवेश करेंगे उतनी ही ज्यादा या बड़ी सफलता आपको मिलती जाएगी। सफल लोग यही तो करते हैं।
तो आप भी आज से ही स्वयं में निवेश करना शुरू कर दीजिये और खुद में निखार लाते जाइये। यह जान लीजिये कि खुद पर निवेश से अच्छा निवेश इस दुनिया में कोई नहीं है क्योंकि इसका लाभ बहुत ज्यादा और जीवन भर मिलता है।
[ads id="ads2"]
3. व्यायाम और ध्यान करें ।Do Exercise and meditation :-
मैं अपने हर आत्म विकास संबंधित लेख पर व्यायाम का सुझाव जरूर शामिल करती हूँ। इसका कारण यह हैं कि व्यायाम द्वारा हम अपनी शक्ति को बढ़ाते हैं, न सिर्फ शारारिक शक्ति बल्कि मानसिक शक्ति भी।
व्यायाम द्वारा आप अपनी शारारिक शक्ति को बढ़ाते हैं और ध्यान (meditation) द्वारा आप अपनी फोकस को बढ़ाते हैं। आप को यह बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए की कोई भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए शारीरिक शक्ति के आलावा मानसिक शक्ति की जरुरत रहती है। इसलिए योग और ध्यान को जरूर अपनाएं।
4. अपनी आदतों को बदलें।Change your habits:-
मित्रों आपने पढ़ा होगा, ‘आप अपनी आदतें बदल कर अपना जीवन बदल सकते हैं।’ हर व्यक्ति अपनी आदतों का गुलाम होता है। आप सुबह जल्दी उठ कर अपने लिए समय को बढ़ा सकते हैं जिसमे आप व्यायाम और ध्यान, किताब पढ़ सकते हैं , कुछ नया सीख सकते हैं या फिर देर से उठने की आदत से अपनी दिन को छोटा कर सकते हैं। इसी तरह गलत आदतें आपको गलत रस्ते पर ले जाती हैं और सही आदतें आपको सही रास्ते पर ले जाती हैं।
उन्हीं आदतों को अपनाएं जिससे आपको लगता है कि आपका जीवन बेहतर बनेगा। अपनी कोई भी बुरी आदत चुने और 21 दिन उससे बचें यानि उस आदत को न करें। यकीन करें 22 वें दिन आपके लिए ऐसा करना बहुत आसान हो जायेगा। यदि आप विफल हो जाते हैं, तो सकारात्मक सोच विकसित करें, समझें कि क्या गलत हुआ, इसके लिए योजना बनाएं, और फिर से प्रयास करें। आप इसे जरूर पढ़े ……काइज़ेन तकनीक से आसानी से अपनी आदतें बदले
नोट- आप अपने समय सारिणी के हिसाब से भी अपनी जिंदगी में आगे बढ़ सकते हैं आप अपने समय सारिणी को अमल करे ।सुबह उतना एक अच्छी आदत हैं परन्तु कुछ लोग नाईट शिफ्ट में काम करते हैं तो वो अपने हिसाब से समय का सदुपयोग कर सकते हैं ।
5. जीवन में लक्ष्य जरूर बनाये ।Must make goals in life :-
जब आप अपनी आदतों को बदलते हैं, तो आपको अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करने पर भी ध्यान देना चाहिए। लक्ष्य (Goal) हमारे जीवन को दिशा देता है। जीवन में हम कितना सफल हुए यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमारा लक्ष्य क्या था।लक्ष्य रखना एक नक्शा होने जैसा है। आप जानते हैं कि आप कहाँ जा रहे हैं, यह आपको प्रेरणा देता है। आप अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं और सबसे अहम् आपको जीवन जीने का एक मकसद मिल जाता है।
"जिस प्रकार एक घर बनाने के लिए एक योजना का होना महत्वपूर्ण है उसी प्रकार जिंदगी को बनाने के लिए भी एक योजना, एक लक्ष्य का होना बहुत जरूरी होता है।" – ज़िग ज़िगलर
यदि आप इसे तुरंत नहीं कर सकते हैं तो परेशान न हों। छोटे से शुरू करें और बस कल्पना करना शुरू करें। लक्ष्य निर्धारित करने की कुंजी उन्हें प्रबंधनीय बना रही है। मैं वार्षिक लक्ष्य निर्धारित करती थी और बुरी तरह विफल हो जाती थी । मैंने इसके बजाय उन्हें छोटे, मासिक लक्ष्यों में तोड़ना शुरू कर दिया।
6. असफलता को स्वीकार करें।Accept failure :-
सफल होने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप असफलता को भी स्वीकार करें। जब आप अपने कंफर्ट ज़ोन से आगे बढ़ते हैं, तो आप अपने को बेहतर बनाने के रूप में बढ़ रहे होते हैं। यह स्वाभाविक है कि आप असफल होंगे।
असफल होने का मतलब यह नहीं है कि आप हार गए। असफल होने का मतलब है की यह प्रयास सफल नहीं हुआ। इस विश्वास को झूठ मत मानो कि विफलता एक बुरी बात है। यह केवल एक बुरी बात है अगर आप इससे कभी नहीं सीखते हैं।
नई चीजों की कोशिश करने के लिए तैयार रहें और इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने कि कोशिश करें। यदि आप असफल होते हैं, तो उससे सीख लें और कदम आगे बढ़ाएं। उन कारणों पर चिंतन करें जिनसे आप असफल हुए और फिर से प्रयास करें। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ रहे हैं, आप एक बेहतर व्यक्ति के रूप में बढ़ रहे हैं।
7. आभारी होना। To be grateful:-
आत्म सुधार का यह छटवां और महत्वपूर्ण सुझाव है, आपको उन सभी के लिए आभारी होने की आवश्यकता है जो आपके पास हैं ! इतने लोग कर्ज में क्यों जी रहे हैं? क्योंकि वे खुशी का पीछा कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि खुशी चीजों से आती है। वे महसूस नहीं करना चाहते कि खुशी अपने भीतर से आती है।
एक बेहतर जिन्दगी के लिए यह जरुरी नहीं है की आपके पास बेहतर चीजे होनी चाहियें। बल्कि आपके पास जो है उसे बेहतर समझें। यदि आप उन चीजों के लिए दुखी रहते हैं तो आप उन चीजों का भी आनंद नहीं ले पाते जो आपके पास हैं। व्यक्ति की अभिलाषाएं कभी शांत नहीं होती। यदि आप उस चीज के लिए दुखी हैं जो आपके पास अभी नहीं है तो क्या इस बात की गारंटी है कि वो चीज मिलने के बाद आप खुश रहने लगेंगे। जो आपके पास है, उससे खुश रहिए।
8. हमेशा सीखते रहें | Always learning:-
एक नया कौशल अर्जित करना अपने आप में विश्वास पैदा करता है। जब हम कुछ नया सीखते हैं, तो हम उत्साहित हो जाते हैं और अधिक सीखने के लिए उत्सुक होते हैं। इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है और हम बढ़ते हैं और अधिक सीखना चाहते हैं। यह एक ऐसा चक्र है जो खुद को ईंधन देता है।
हमें हमेशा नया सीखते रहना चाहिए। सफलता के लिए यह अनिवार्य है। जब हम सीखना बंद कर देते हैं तो हम वहीँ रुक जाते हैं। हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते रहो, इससे दिमाग कभी बूढ़ा नहीं होता है, उस पर उम्र का प्रभाव नहीं पड़ता है, और न ही स्मृति-भ्रम उत्पन्न होती हैं। कभी भी यह नहीं सोचना चाहिए कि अब सीखने की उम्र नहीं है। हमेशा सीखते रहिये। एक बेहतर जीवन के लिए सीखना बहुत जरूरी है।
कई बार ऐसा होता है की हम कुछ सीखना तो चाहते हैं पर हमेशा टालते रहते हैं। इसका तरीका है की आप चीजों की एक छोटी सूची लिखें और फिर उन नए कौशल सीखने पर काम करना शुरू करें।
9. समय बर्बाद करना बंद करो | Stop wasting time:-
आपको अपनी जिंदगी बेहतर बनाने के लिए आत्म सुधार के इस सुझाव का जरूर पालन करना चाहियें। आपको समय की महत्व समझना चाहियें। एक बार हाथ से निकला समय वापस नहीं आता।
"मैंने समय नष्ट किया और समय मुझे नष्ट कर रहा है।" – शेक्सपियर
आज के व्यस्त जीवन में, हर किसी को अपने व्यक्तिगत के साथ-साथ पेशेवर जीवन में भी समय की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए समय प्रबंधन (Time Management ) का महत्त्व बढ़ता जा रहा है। टाइम मैनेजमेंट के द्वारा व्यक्ति दिए गए प्रतिबंधित समय सीमा में विशेष कार्य को दक्षता के साथ पूरा कर सकता है।
समय प्रबंधन के लिए मैं पहले एक पोस्ट लिख चुकी हूँ “यदि हम समय प्रबंधन की कला में महारत हासिल करना सीख लेते हैं, तो हमारा जीवन एक सकारात्मक बदलाव का अनुभव करेगा। अगर आप भी अपने टाइम को सही तरह से मैनेज करना चाहते हैं तो आपको हमेशा कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए जिसकी चर्चा हम आगे कर रहे हैं। आप इसे जरूर पढ़े ……टाइम मैनेजमेंट ; कैसे करें समय का सही उपयोग
10. पढ़ना | Reading:-
पढ़ना मनुष्य के सबसे अच्छे गुणों में से एक माना जाता है। लेकिन आज की जीवनशैली में बहुत कम लोग ऐसे है जो पढ़ने को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना पाते है। लेकिन यदि आपको एक बेहतर जीवन अपनाना है तो पढ़ने को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाना होगा।
पढ़ना आपको एक बेहतर संप्रेषक (communicator) बनाती है। अच्छी कम्युनिकेशन शैली की जरूरत आपको हर जगह पढ़ती है खासतौर पर करियर में आगे बढ़ने के लिए। आप ऑफिस में दूसरों पर अपना प्रभाव तभी जमा पाएंगे जब आपकी कम्नुनिकेशन शैली अच्छी होगी। आप जितना ज्यादा पढ़ेंगे, आपके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली शब्दों की शब्दकोश भी उतनी ही समृद्ध होगी। इससे आप अपने विचारों को और बेहतर तरीके से प्रकट कर पाएंगे। इतना ही नहीं इससे आपकी लिखने की कला और बेहतर होती जाती है।
इसके आलावा आप रचनात्मक प्रवृत्ति के इंसान बन जाते है। आपकी स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढ़ती है। इसके आलावा आप नई-नई चीजों को जान पाते है। आपकी कल्पना शक्ति भी बढ़ती है। पढ़ने में आप अपनी फील्ड से सम्बंधित जानकारी, व्यक्तित्व विकास, प्रेरक लेख एवं किताबें पढ़ें।
11. नकारात्मक विचारों और भावनाओं से निपटें | Deal with negative thoughts and feelings:-
नकारात्मक विचार हमारे मानसिक और शारारिक स्वास्थ्य का दुश्मन हैं। नकारात्मक विचारों से डर और तनाव पैदा होता है।अगर आप खुद को नकारात्मक सोच से दूर रखेंगे तो आपको खुद को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी क्योंकि जब भी हम कोई नया काम शुरु करते हैं या फिर अपनी जिंदगी में सफलता के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहले यही ख्याल आता है कि क्या हम सफल हो सकेंगे? या फिर हमें इस काम से कितना फायदा होगा।
ऐसे सवाल मन में आगे बढ़ने से रोकते है इसिलए अगर आप अपनी जिंदगी में सफल होना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप इन बातों की बिना परवाह किए बिना आगे बढ़ते रहे। क्योंकि नकारात्मकता आपको आगे बढ़ने से रोकती है। इसलिए हमेशा नेगेटिव विचार से हमें खुद को दूर रखना चाहिए।
12. परिवर्तन स्वीकार करें | Accept change :-
जीवन हमेशा एक-सा नहीं रहता। परिवर्तन ही संसार का नियम है। चाहें कोई व्यक्ति हो, देश हो या कोई चीज हो – जब तक परिवर्तन नहीं होता तब तक वो विकसित नहीं होता। परिवर्तन को स्वीकार कर ही हम अपनी हताशा, निराशा से उबर सकते हैं और समय के साथ चलकर अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं।
जीवन में कुछ भी हमेशा के लिए नहीं है। हालात लगातार बदल रहे हैं। हम हर दिन उम्र लेते हैं, हर 3 महीने में मौसम बदलते हैं। यह जीवन का हिस्सा है। जितनी जल्दी आप यह स्वीकार कर सकते हैं कि परिवर्तन होता है, जितनी जल्दी आप संभव हो उतना अच्छा शुरू कर सकते हैं।
अगर हम यह चाहते हैं कि हमारे जीवन में अच्छा ही घटित होता रहे और बुरा कुछ भी न हो, तो यह अच्छा भी बुरा लगने लगेगा। जीवन में दुख और सुख दोनों ही आते हैं। हम हमेशा मीठा ही खाते रहें, तो उससे ऊब जाएंगे। लेकिन यदि नमकीन खाने के बाद मीठा खाएंगे, तो वह ज्यादा स्वादिष्ट लगेगा। इसलिए जीवन में आए परिवर्तनों को स्वीकारें और जीवन के स्वाद का पूरा आनंद लें।
13. अपने आसपास सकारात्मक लोगों को रखें। surround yourself with positive people:-
एक पुरानी कहावत है “जैसी संगत वैसी रंगत” यदि आप हमेशा अयोग्य लोगों के साथ घूम रहे हैं, तो आप भी जीवन में सफल होने के लिए अयोग्य होंगे। दूसरी ओर, यदि आप सफल लोगों के साथ घूमते हैं, तो आपको भी सफलता मिलेगी। जिस प्रकार चंदन के वृक्ष को काटने वाली कुल्हाड़ी में भी चंदन की सुगंध में समा जाती है उसी प्रकार सकारात्मक लोगों से संगत से आपमें भी सकारात्मकता का विकास होता है।
हमारी संगत का हमारे विचारों से एक सीधा जुड़ाव है , अपनी संगत पर हम सब को ध्यान देना चाहिए यदि हम जीवन में बदलाव चाहते हैं तो अपने आसपास सकारात्मक लोगों को रखें।
मेरे अंतिम विचार ….
यदि आप उपर्युक्त इन 13 आत्म सुधार की युक्तियाँ को अपनाते हैं तो आप अपनी जीवन में एक बेहतर बदलाव देख पाएंगे। हो सकता है की आपको ऐसा करने में थोड़ा समय लगे, लेकिन निरंतर प्रयास जारी रखें।किसी भी काम में महारत हासिल करने के लिए आपको दस हजार घंटे उसमें लगाने पड़ते हैं परन्तु लगातार अभ्यास से ये कम समय में हासिल किया जा सकता हैं।अपने समय का सही उपयोग करें, अपने आप से प्यार करें, हमेशा सकारात्मक रहें, हमेशा नया सीखते रहें, असफलताओं से सीखते रहें और होने वाले परिवर्तन को स्वीकार करें। मुझे विश्वास इन युक्तियों को अपनाकर आप एक बेहतर अधिक आत्मविश्वास वाले व्यक्ति बन जाएगे।
Superb mam, Your this blog is really highly appreciated.
ReplyDeletePost a Comment