Sawan 2021 श्रावण मास आपके असाध्य मनोकामनाओं को पूरा करने का सबसे बेहतरीन मौका होता है। इस मास में भगवान शिव के कुछ विशेष मंत्र हैं जिनके जाप से सुख-समृद्धि और सफलता तो मिलती ही है इसके अलावा अकाल मृत्यु से भी मुक्ति मिलती है। बस आपको यह पता होना चाहिए कि भगवान शिव को कैसे पूजा जाए और किस महामंत्र का जाप किया जाए।
पौराणिक काल से मंत्र, यज्ञ, जप आदि का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार श्रावण के मास में शिव जी के प्रिय महामंत्र और उनके 15 नामों का जाप करने भर से जीवन के हर सुख को पाया जा सकता है और हर संकट से छुटकारा मिल सकता है। बस जरूरत है इन नामों और महामंत्र को जानने की।जिससे भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। अब चूंकि श्रावण का पवित्र माह शुरू हो चुका है। श्रावण का मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है, शिव वैसे तो अपने भक्तों पर हमेशा ही कृपा बनाए रखते हैं, लेकिन श्रावण मास के दौरान शिव भक्तों पर विशेष कृपा रहती है। इसलिए अगर आप भी इस माह में भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा पाना चाहते हैं तो इस पूरे माह भगवान की आराधना में लीन रहना बेहद जरूरी है। सुख-संपत्ति, संतान के देने के साथ ही भोले बाबा ऋण मुक्त बनाने के साथ रोगों से छुटकारा दिला कर अकाल मृत्यु से भी बचाते हैं। मान्यता है कि श्रावण मास में अगर उनके प्रिय महामंत्र के साथ उनके 15 नामों को जप लिया जाए तो इसका फल एक या दोगुना नहीं बल्कि दस गुना मिलता है। तो आइए जानें ये महामंत्र और नाम कौन से हैं।
श्रावण मास में महामृत्युंजय जाप को ही महामंत्र माना गया है। इस मंत्र के जपने से आरोग्य ही नहीं अकाल मृत्यु ही भी दूर हो जाती है। इस मंत्र को जपने के एक नहीं कई फायदे हैं और इस मंत्र के जाप के क्या फायदे हैं यह भी जानिए।
शिव जी के 15 प्रभावशाली मंत्र और नाम :-
महामृत्युंजय मंत्र: “ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूः भुवः स्वः। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्। स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं ह्रौं ॐ॥”
महामृत्युंजय मंत्र से होने वाले लाभ के बारे में जानने से पहले आवश्यक है कि हम जान लें कि आखिर इसका क्या अर्थ है। महामृत्युंजय का अर्थ होता है महामृत्यु पर विजय अर्थात व्यक्ति की बार-बार मृत्यु न हो। वह मोक्ष को प्राप्त हो जाए। उसका शरीर स्वस्थ हो, धन एवं मान की वृद्धि तथा मनुष्य जन्म-मृत्यु के फेर से मुक्त हो जाए। महामृत्युंजय मंत्र यजुर्वेद के रूद्र अध्याय में स्थित एक मंत्र है। इस मंत्र में भगवान शिव की स्तुति की गई है। शिव को मृत्यु पर विजयी माना गया है।
श्रावण मास शुरू होते ही हर दिन शिवजी के इन नामों को जाप कर आप धन, सफलता, संतान, प्रमोशन, नौकरी, विवाह और प्रेम सब कुछ पा सकते हैं।
1 . ॐ शिवाय नम:
2. ॐ सर्वात्मने नम:
3. ॐ त्रिनेत्राय नम:
4. ॐ हराय नम:
5. ॐ इन्द्रमुखाय नम:
6. ॐ श्रीकंठाय नम:
7. ॐ वामदेवाय नम:
8. ॐ तत्पुरुषाय नम:
9. ॐ ईशानाय नम:
10. ॐ अनंतधर्माय नम:
11. ॐ ज्ञानभूताय नम:
12. ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:
13. ॐ प्रधानाय नम:
14. ॐ व्योमात्मने नम:
15. ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:
श्रावण मास में इन मंत्रों के जाप से जीवन में हर तरह की शुभता, अनुकूलता और प्रगति मिलती है।
Good bit of information for shiv bhakts. It's very important to know and understand the why and what of the history and the religion we follow. Your efforts in this direction are commendable. Keep up the good work. All the best.
ReplyDeleteThanks for your kind words. I will try to keep upto expectations. 🙏
Deleteॐ शिवाय नमः।🙏
ReplyDeletePost a Comment