नवरात्रि की पहली देवी शैलपुत्री की आरती : शैलपुत्री मां बैल पर सवार, करें देवता जय जयकार





नवरात्रि के पहले दिन की जाती है मां शैलपुत्री की पूजा। कहते हैं मां शैलपुत्री के रूप की तरह ही मां की आरती भी अत्यंत फलदायी है। जिस घर में मां शैलपुत्री की आरती पढ़ी और सुनी जाती है..उस घर में हमेशा देवी का वास हो जाता है। लिहाजा हम यहां आपके लिए शैलपुत्री देवी की आरती लेकर आए हैं। प्रस्तुत हैं मां शैलपुत्री की आरती...


देवी शैलपुत्री की आरती | Devi Shailputri Aarti Lyrics

शैलपुत्री मां बैल असवार। करें देवता जय जयकार।
शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी 

पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू

सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी।
उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो

घी का सुंदर दीप जला के। गोला गरी का भोग लगा के।
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं। प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं

जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे।
मनोकामना पूर्ण कर दो। भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो
जय जय जय माँ शैलपुत्री भवानी 

: शुभ नवरात्रि : 


देवी शैलपुत्री की कृपा आप और आपके परिवार पर सदा बनी रहे।

यह भी पढ़ें :-




दुर्गा  सप्तशती  (संस्कृत) | Durga Saptashati (Sanskrit)



0/Write a Review/Reviews

Previous Post Next Post