छठवां दिन : कइसे भोजपुरी सिखल जाव ।भोजपुरी भाषा सीखें । Learn Bhojpuri Language

हमार विश्वास करीं भोजपुरी भाषा सीखल आ बोलल कउनो मुश्किल काम नइखे। अगर राउर सोच लीं की हमरा भोजपुरी सीखे के बा त सीखल कउनो पहाड़ काम नइखे आ एह काम में राउर मदद करीं बिहार लोक गीत के इ पेज भोजपुरी भाषा सीखे : Learn Bhojpuri language.
- सबसे पहिले संकल्प करे के होखी ,फिर
- ओह संकल्प के पूरा करे के खातिर प्रयत्न करे के होखी अऊर
- ओह प्रयत्न के तब तक जारी रखे के होखी ,जब तक की रउआ लक्ष्य तक भली भांति पहुँच नइखी जात।
हमार शुभकामना बा कि राउर जतरा शुभ होखे ।
भोजपुरी में शिष्टाचार के कुछ वाक्य | Some Polite Phrases in Bhojpuri:-
Hindi | English | Bhojpuri |
---|---|---|
मैंने मिलने का समय दिया था,परन्तु मैं आ नहीं सका,मुझे माफ़ करें। | I’m sorry, I couldn’t make it that day. | हम मिले के समय देले रही ,परन्तु हम ना आसकनी, हमरा के माफ करी। |
मैं ठीक समय पर आ नहीं सका ,इसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूँ। | I’m sorry, I couldn’t make it in time. | हम ठीक समय पर ना आ सकनी , एकरा खातिर हम माफी मंगतानी । |
माफ़ कीजिये ,मुझे थोड़ी सी देर हो गई हैं। | I’m sorry, I got a little late. | माफ करीं ,हमरा थोड़ा देर हो गईल । |
मेरी ओर से माफ़ी मांग लीजिये। | Please Convey my apologies. | हमरा ओर से माफी मांग लीहीं। |
ऐसा गलती से हो गया । माफ कीजिए। | It was all by mistake.Please excuse me. | गलती से अइसन हो गईल ।माफ करीं। |
मुझे बड़ा दुःख हैं । | I’m very sorry. | हमरा बड़ा दुःख बा । |
माफ करें, मैंने आपने काम में बाधा डाली । | Sorry to have disturbed you. | माफ करीं, हम रउरा काम में बाधा डालनी । |
माफ कीजिए । | I beg your pardon. | माफ करीं । |
आपकी आज्ञा से कहना चाहता हूँ । | Allow me to say. | राउर आज्ञा से कहे के चाहतानी । |
जरा ध्यान दीजिए। | May I have your attention, please? | जरा ध्यान दीहीं । |
इसे अपनी ही चीज समझें। | It’s all yours. | एकरा के आपने चीज समझीं। |
जरा मुझे बोलने दें। | Will you please permit me to speak? | तनी हमरा के बोले दीं। |
अपने काम में मेरी मदद ले लीजिये । | Let me also help you. | अपना काम में हमार मदद लीहीं। |
———> हिंदी, अंग्रेजी और भोजपुरी वाक्य पढ़ें और अर्थ समझें।
2. Second time read only Bhojpuri sentences and pronounce each word correctly.
———> दूसरी बार केवल भोजपुरी वाक्य पढ़ें और प्रत्येक शब्द का सही उच्चारण करें।
3. Keep on reading and practicing till your pronunciation becomes perfect.
———> तब तक पढ़ते रहें और अभ्यास करें जब तक कि आपका उच्चारण सही न हो जाए।
4. Thereafter focus on reading Bhojpuri sentences to achieve your natural speaking rhythm.
———> तत्पश्चात भोजपुरी वाक्यों को पढ़ने के लिए अपने प्राकृतिक बोलने की लय को प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करें।
5. Repeat the Bhojpuri sentences in front of your companion or mirror.
———> अपने साथी या दर्पण के सामने भोजपुरी वाक्यों को दोहराएं।
6.Correct pronunciation, achieving the rhythm and repeating the sentences will improve your confidence & command over Bhojpuri Speaking Skill and Bhojpuri language.
———> सही उच्चारण, लय हासिल करना और वाक्यों को दोहराने से भोजपुरी स्पीकिंग स्किल और भोजपुरी भाषा पर आपका विश्वास और कमांड बेहतर होगा।
रउवा खातिर:
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : पहिलका दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : दुसरका दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : तिसरका दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : चउथा दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : पांचवा दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :सातवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :आठवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :नउवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :दसवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :ग्यारहवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : बारहवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : पहिला भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : दुसरका भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : तिसरका भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : चउथा भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : पांचवा भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : छठवाँ भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : सातवाँ भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : आठवाँ भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : नउवां भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : दसवां भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : ग्यारहवां भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : बारहवां भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : तेरहवां भाग