कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ | Bhojpuri idiom and meaning : नउवां भाग
एह कोर्स में राउर हार्दिक स्वागत बा ।😊
बिहारलोकगीत डॉट कॉम के लगातार सार्थक कोशिश रही कि आपन गौरवशाली अतीत के फेर से परिभाषित कऽ के भोजपुरी के छवि के आपन देस के साथे-साथ दुनिया के बाकी हिस्सा में भी पुनर्जीवित कईल जाव। ई काम में रउरा सब के सहयोग के साथ जरुरी बा, एह से रउरा सभे से निहोरा बा की “बिहारलोकगीत डॉट कॉम” से जुड़ी आ आपन भासा भोजपुरी के आगे बढ़ावे में बिहारलोकगीत के मदद करीं।
आखिर ह का मुहावरा ?, भोजपुरी मुहावरा :-
भोजपुरी मुहावरा और अर्थ | Idioms in Bhojpuri with meaning :-
भोजपुरी मुहावरा | अर्थ | |
---|---|---|
किछु कइ दिहल | :- | जादू टोना कर देना। |
किरिन फुटल | :- | सूर्योदय होना |
कुकुरहो कइल | :- | कुत्तों सा झगड़ा करना। |
कुचुराई कइल | :- | निंदा करना। |
कुठाँवे मारल | :- | मर्म -स्थान पर मारना। |
कुफुत कइल या नाधल | :- | आफ़त करना। |
कुफुत में डालल | :- | आफ़त में डालना। |
कुस्ती खाइल | :- | कुश्ती में हार जाना। |
कुस्ती मारल | :- | कुश्ती मारना। |
कोदो देके पढ़ल | :- | कोदो (एक प्रकार का निम्न श्रेणी का अन्न) गुरु को देकर पढ़ना। मुफ्त में पढ़ना। |
कोल्हू के बयल भइल | :- | बहुत कठिन परिश्रम करने वाला होना। |
खंडलिचि देखल | :- | खंडलिचि = खंजन पक्षी। |
खसी चॉढ़ावल | :- | बकरे को बलिदान चढ़ाना। |
खाँचड़ भइल | :- | मूर्ख होना। |
खोइछा भरल | :- | आँचल के कोने में चावल, मिठाई, हल्दी आदि मंगल द्रव्य डालना। |
खखुआ के चढ़ि बइठल | :- | क्रुद्ध होकर टूट पड़ना। |
खटराग गइल | :- | झंझट करना |
खटराग लगावल या बढ़ावल | :- | झंझट लगाना या बढ़ाना। |
खटिआ तूरल | :- | निश्चित होकर आराम करना। |
खटिआ पर परल | :- | दिन रात सोते रहना। |
खड़मंडल कइल | :- | घर में उपद्रव होना। |
खद गोबर भइल | :- | गंदा होना। |
खरमेटाव कइल | :- | जलपान करना। |
खरवा खात पनियाँ पीयत चलल | :- | धीरे -धीरे (गाय सा) चलना। |
खॉखाइल | :- | बेसब्र होना। |
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : पहिलका दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : दुसरका दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : तिसरका दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : चउथा दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : पांचवा दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : छठवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :सातवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :आठवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :नउवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :दसवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव :ग्यारहवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : बारहवां दिन
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : पहिला भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : दुसरका भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : तिसरका भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : चउथा भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : पांचवा भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : छठवाँ भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : सातवाँ भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : आठवाँ भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : दसवां भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : ग्यारहवां भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : बारहवां भाग
कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ : तेरहवां भाग