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कइसे भोजपुरी सिखल जाव : भोजपुरी मुहावरा और अर्थ | Bhojpuri idiom and meaning : छठवाँ भाग

एह कोर्स में राउर हार्दिक स्वागत बा ।😊

बिहारलोकगीत डॉट कॉम के लगातार सार्थक कोशिश रही कि आपन गौरवशाली अतीत के फेर से परिभाषित कऽ के भोजपुरी के छवि के आपन देस के साथे-साथ दुनिया के बाकी हिस्सा में भी पुनर्जीवित कईल जाव। ई काम में रउरा सब के सहयोग के साथ जरुरी बा, एह से रउरा सभे से निहोरा बा की “बिहारलोकगीत डॉट कॉम” से जुड़ी आ आपन भासा भोजपुरी के आगे बढ़ावे में बिहारलोकगीत के मदद करीं।

बिहारलोकगीत डॉट कॉम के ई सतत प्रयास बा की आपन भोजपुरी भाषा आगे बढ़े आ भोजपुरी के ऑनलाइन के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगन तक पहुचावल जाव, एह कड़ी के आगे बढ़ावत बिहारलोकगीत लेके आइल बा भोजपुरी मुहावरा, जहा प रउवा भोजपुरी मुहावरा के बारे में पढ़ेब और ओकरा बारे में जानेब ओकर अर्थ के साथ ।

आखिर ह का मुहावरा ?, भोजपुरी मुहावरा :-

मुहावरा अपना भोजपुरी भाषा के एगो अभिन्न अंग ह, एकरा बिना भोजपुरी भाषा भा साहित्य पूरा नइखे होसकत। भोजपुरी भासा के बोल चाल में मुहावरा के प्रयोग खूब होला।
परिभाषा: अइसन वाक्यांश जवन आपन साधारण अर्थ छोड़ के कवनो विशेष मतलब आ अर्थ की ओर ले जाव भा व्यक्त करो ओकरा के मुहावरा कहल जाला।
हमरा कम उमेद बा की केहू भोजपुरी अपना गावं-घरे में बूढ़ पुरनिया से मुहबरा ना सुनले होइ, लेकिन अब भोजपुरी मुहावरा के उपयोग कम होखत जा ता।
हमार शुभकामना बा कि राउर जतरा शुभ होखे ।

भोजपुरी मुहावरा और अर्थ | Idioms in Bhojpuri with meaning :-

भोजपुरी मुहावरा
अर्थ
आँखि आइलि 
:-
आँखों को उठना।
आँखि के पुतरी भइल
:-
अत्यंत प्यारा होना।
आँखि खुलल 
      :-
आँख खुलना, बुद्धिमान होना।
आँखि देखावल 
      :-
आँख दिखाना, धमकी देना
आँखि नीचे कइल
      :-
लज्जा करना।
आँखि फेरल 
      :-
मित्रता तोड़ना, प्रतिकूल होना।
आँखि में राखल
      :-
यत्न से रखना।
आँखि से भादो खेपल 
      :-
कमजोरी दिखलाना।
आँट लिहल
      :-
 भेद लेना।
आँवक में आइल 
      :-
कब्जे में आना।
आग पाछ जानल
      :-
भूत भविष्य जानना।
आगि बरिसल 
      :-
बहुत गर्मी पड़ना, लू चलना।
आगी में मूतल
      :- 
आग में पेशाब करना, अत्याचार करना।
आगो मागो कइल 
      :-
मूर्खता करना।
आन्ही उठावल
     :-
हलचल करना।
आन्ही भइल
     :-
तेज होना।
आपन खून भइल 
     :-
अपने वंश का होना, सगोत्री होना।
आपन घर भइल
:-
आराम की जगह होना; संकोच का स्थान न होना।
आफति ढाहल
:-
उपद्रव मचाना।
आम दरफ भइल 
:-
आमद -रफ़्त। घनिष्टता होना।
आमे मछरी भेंट भइल
     :-
असंभव कार्य का संभव हो जाना।
आल्हा गावल 
     :-
अपना वृत्तांत सुनाना।
आस टूटल 
     :-
आशा भंग होना।
ऑन का बल पर फउकल 
     :-
बैठने में स्थिर भाव आना।
आसन डिगल
     :-
चित्त चलायमान हो जाना।
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